हरिशंकर परसाई ने कहा है कि ‘धर्म जब धंधे से जुड़ जाए, इसी को योग कहते हैं.’ आज यह देश की कड़वी हक़ीक़त है और ब्राह्मणवादी नफ़रतों का सबसे उम्दा प्रदर्शन है, जिसका ब्रांड एंबेसडर रामदेव है, जिसने योग के आड़ में अपना उत्पाद बेचने के लिए देशवासियों के बीच धार्मिक भावनायें भड़का रहे हैं. पतंजलि समूह के कर्ता-धर्ता व्यापारी …
धंधेबाज़ रामदेव का धर्म के नाम पर ‘शरबत जिहाद’
