ओए हैलो…! ओए माफिया का अंत जरूरी था, माफिया से कैसी हमदर्दी का ज्ञान देने वाले भाई साहब…! शर्म करिए…! कोई अतीक के लिए नही रो रहा …., हम दु:खी हैं न्यायपालिका, लोकतंत्र और लॉ एंड ऑर्डर की हत्या पर…. अतीक पर कोई दु:ख नहीं है हमें….! हमें क्या, अतीक की आत्मा को भी दु:ख नहीं खुद के मरने का …
हम दु:खी हैं न्यायपालिका, लोकतंत्र और लॉ एंड ऑर्डर की हत्या पर….
