आलोकधन्वा हिन्दी के जनवादी कविताओं की दुनिया में बड़ा नाम है. उनकी कविताओं में प्रेम की एक अजस्त्र धारा बहती रही है. उनकी पत्नी असीमा भट्ट उनपर और उनके चरित्र पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए 2011 में ‘कथादेश’ पत्रिका में धारावाहिक रूप से अपनी और आलोक धन्वा की विवाह के बाद की कारगुज़ारियों का कच्चा चिट्ठा खोला था. लेकिन …
एक कामलोलुप जनकवि आलोकधन्वा की नज़र में मैं रण्डी थी : असीमा भट्ट
