'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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एक कामलोलुप जनकवि आलोकधन्वा की नज़र में मैं रण्डी थी : असीमा भट्ट

आलोकधन्वा हिन्दी के जनवादी कविताओं की दुनिया में बड़ा नाम है. उनकी कविताओं में प्रेम की एक अजस्त्र धारा बहती रही है. उनकी पत्नी असीमा भट्ट उनपर और उनके चरित्र पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए 2011 में ‘कथादेश’ पत्रिका में धारावाहिक रूप से अपनी और आलोक धन्वा की विवाह के बाद की कारगुज़ारियों का कच्चा चिट्ठा खोला था. लेकिन …

हिंसक होकर हम हिंसा से मुक्त कैसे हो सकते हैं !

मनुष्य हिंसा मुक्त दुनिया बनाना चाहता है. लेकिन मनुष्य का परिवार समाज, मजहब, राजनीति सब हिंसा से भरे हुए हैं. परिवार में रिश्तों का आधार एक का ताकतवर होना दूसरे का कमजोर होना है. जैसे ही परिवार में दोनों बराबर ताकतवर होते हैं परिवार टूटने लगता है. हमने बिना अपनी बात मनवाये रिश्ते को चलाना सीखा ही नहीं है. परिवार …

आवारा और दलाल पूंजी के खतरे के बीच सोनी सोरी के जन्मदिन पर

मोटे तौर पर आवारा और दलाल पूंजी का ख़ुद का अपना कुछ भी नहीं है परन्तु वह ताकत के बल पर मिश्रित अर्थव्यवस्था की फिलासफी को नकारता है तथा जल, जंगल और जमीन पर आधिपत्य जमाता है. यद्यपि यह किसी राज्य तक सीमित नहीं है, देश और देश से परे वैश्विक है और इस वैश्विक संघर्ष में सोनी सोरी जो …

सतयुग आ चुका था

यह उस समय की बात है, जब सारे विरोध और अंतर्विरोध गहरे दफ्न हो चुके थे. पूंजीपति, मजदूरों को कभी-कभी गले लगा लिया करते थे, कभी-कभी उनके साथ चाय पी लिया करते थे, उन्हें बिस्किट खिला दिया करते थे. कभी-कभी कृपापूर्वक उनका हालचाल पूछ लेते थे. कभी-कभी वे किसी-किसी की हजार-दो हजार की मदद कर देते थे. किसी की पांच …

दलित मुक्ति के लिए समर्पित डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर का जीवन – सीपीआई (माओवादी)

भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय कमेटी द्वारा ‘भारत देश में जाति का सवाल-हमारा दृष्टिकोण’ नामक दस्तावेज मई 2017 में जारी किया गया था. उसके बाद कुछ सीसी सदस्यों से और राज्य कमेटियों के सदस्यों से दस्तावेज पर कुछ सलाहों, व्याख्याओं और संशोधन केंद्रीय कमेटी के पास आए. भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय कमेटी ने इस पर चर्चा की और जनवरी 2021 में …

बिहार की सतत दरिद्रता का सबसे बड़ा कारण क्या है ?

बिहार के लोगों के पलायन पर कन्हैया कुमार ने पदयात्रा की, लंबे लंबे भाषण दिए, फिर पटना में कल इसका समापन हो गया. अब वे उम्मीद करते होंगे कि शिक्षा और रोजगार के लिए राज्य से बाहर जाने को मजबूर बिहार के युवा उन्हें सिर आंखों पर बिठा लेंगे और अगला विधान सभा चुनाव इसका गवाह बनेगा. लंबी लंबी पदयात्राओं …

भारत सरकार बस्तर के बच्चों की हत्या और बलात्कार कर रहा है

आज़ादी के अमृतकाल का जश्न मना रही भारत की मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के बस्तर में आदिवासी युवाओं का जहां नरसंहार कर रही वहीं आदिवासी युवतियों के साथ बलात्कार को अंजाम दे रही है और बच्चों को गोली मार रही है. हालत इतनी ख़राब है कि एक छह माह के बच्चे के हाथों की ऊंगलियों को इसलिए काट दिया ताकि वह …

वक्फ बिल ने नीतीश पासवान मांझी की राजनीति खतम कर दी

वक्फ बिल का राजनीतिक असर क्या होगा ? बीजेपी के लिए तो वही जो वह 11 साल से कर रही है, देश में आग लगाने की कोशिश में और पेट्रोल डालना. लेकिन अभी तक तो देश का बड़ा हिस्सा इन कोशिशों पर पानी डाल रहा है और इसीलिए बीजेपी एक के बाद एक नया फितना फैलाती जा रही है. तो …

फ़ासिस्ट जिसे लोयागति नहीं दे सकते हैं, उसे वर्मागति दे देते हैं

जस्टिस वर्मा के उपर लगे इल्ज़ाम की आड़ में क्रिमिनल लोगों की सरकार ने पूरी न्यायपालिका पर क़ब्ज़ा करने का घिनौना प्लान बनाया है और मज़ेदार बात तो यह है कि कोलेजियम खुद इस खेल में मोहरा बना दिखाई दे रहा है. पहली बात तो ये है कि कोई भी हाईकोर्ट का जज इतना stupid तो नहीं होता है कि …

ट्रंप ने भारत को 26% का तोहफा-ए-ट्रंप आखिर क्यों दिया होगा ?

ट्रंप के टैरिफ को लेकर कुछ दुविधा भारतीय लिबरल बुद्धिजीवी तबके में बनी हुई है. कई लोगों को लग रहा है कि अमेरिका पर टैरिफ लगाकर सारी दुनिया उसे दशकों से चूना लगा रही है, जिसमें भारत भी शामिल रहा है. फिर वे यह भी मान लेते हैं कि दुनिया भर के मुल्कों ने अपने देश की अर्थव्यवस्था को बचाने …

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