भला मुहम्मद अली जिन्ना को, इण्डिया को इंडिया कहे जाने से क्या आपत्ति थी ? दरअसल, दो कारण से. एक तो इंडिया का नाम, इतिहास में हमें ‘इंडस रिवर’ का देश होने की वजह से मिला था. इंडस जब पाकिस्तान में रह गई थी, तो इधर बिना इंडस, काहे का इंडिया ?? क्या आपको याद है, एक बार सुनील दत्त …
‘जिन्ना की तपलीक दूर कर दो भाई !’
