'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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पूंजीवाद के अंत की कहानी, एक मजदूर की जुबानी

हम सबके लिए बुनियादी मार्क्सवाद को समझना बहुत जरूरी है ताकि हम सब कार्ल-मार्क्स द्वारा दिखाए इन्कलाब या क्रांति के रास्ते की बुनियादी चीजों को समझ सकें और क्रांति के लिए सही रास्ता अपना सकें. यहां यह बताना महत्वपूर्ण होगा.कि मार्क्सवादी दर्शन लगातार खुद को विकसित करता रहा है, जिसने मार्क्सवाद से लेनिनवाद और माओवाद तक का सफर तय किया …

आरएसएस सांप्रदायिकता के ज़हर और नशे को धर्म और संस्कृति के पर्दे में छिपाकर पेश करता है – हिमांशु कुमार

दो-तीन दिन पहले एक सज्जन से बातचीत हो रही थी. वे कहने लगे वैसे मैं मोदी समर्थक नहीं हूं लेकिन मुसलमान भी बहुत गड़बड़ कर रहे हैं. मैंने पूछा – ‘क्या गड़बड़ कर रहे हैं ?’ बोले- ‘चार चार बीवियां रखते हैं, आबादी बढ़ा रहे हैं.’ मैंने उन्हें सरकारी आंकड़े गूगल में सर्च करके दिखा दिये कि आबादी का ग्रोथ …

‘मज़दूर, महिला सम्मान के लिए लड़ना कभी नहीं भूलेंगे’ – क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा

रक्षा बंधन के दिन, 11 अगस्त, 2022, मज़दूर बस्ती, आज़ाद नगर में रहने वाली ग़रीब, दलित, विधवा महिला की 11 वर्षीय मासूम गुड़िया, बस्ती में पब्लिक शौचालय ना होने की वज़ह से रात 8 बजे, रेल पटरियों के किनारे शौच को गई और फिर अगले दिन उसकी लहू-लुहान लाश उसकी किराए की झोंपड़ी में वापस आई. बस्ती में शौचालय होता …

तेजस्वी यादव : विवश और असमर्थ नेता नायकत्व प्राप्त नहीं करते

तेजस्वी यादव कोई जन नेता नहीं हैं, बावजूद इसके कि 2015 से 2017 तक वे बिहार के उप मुख्यमंत्री रहे. उनका कोई खास व्यक्तिगत आकर्षण ऐसा नहीं था कि जाति और जमात की सीमाओं को लांघ बिहार के युवा उनमें अपना भविष्य देखते. लेकिन, 2020 के विधानसभा चुनावों में वे एक ऐसे नेता के रूप में उभरे जिनकी सभाओं में …

जीवन की शूटिंग के दौरान ‘जीवन’ का अनुभव – बलराज साहनी

बिमल राय ने कैमरा ट्रैफिक कंट्रोल के ऊंचे कैबिन पर लगवाया था, जहां से चौराहे का पूरा दृश्य दिखाई देता था. मुझसे कहा गया था कि इशारा मिलते ही मैं देहाती लोगों की सी घबराहट में हावड़ा-पूल की ओर से आऊं और चौराहे के उन कंगाल लोगों में से गुज़रू. बहुत महत्त्वपूर्ण शॉट था वह. मेरी कहानी मानो सिर्फ मेरी …

सांप्रदायिक हिंसा, कारपोरेटीकरण व तानाशाही के खिलाफ एकजुट हो-जन अभियान, दिल्ली

देश में दो तरह के काम बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, पहला निजीकरण-कारपोरेटीकरण और दूसरा सांप्रदायिक हिंसा. यह दोनों एक-दूसरे के पूरक होते हैं. आज देश में चारों ओर सांप्रदायिकता और जातीय हिंसा की आग देखी जा सकती है. हजारों सालों से निर्मित इंसानियत व मानवतावादी मूल्यों, संस्कृतियों व स्वभाव को नफरत की आग में जलाया जा रहा …

‘कौन जात हो भाई ?’ दलित स्वाभिमान को मिट्टी में मिलाती एक कविता

‘बच्चा लाल उन्मेष’ की बहुचर्चित कविता ‘कौन जात हो भाई ?’ आप सब ने पढ़ा ही होगा. आइये आज इस कविता पर बात करते हैं. देखने में ये कविता अच्छी है, जिसमें दलितों के दुरदसा और दयनीय स्थिति का मार्मिक वर्णन है, जिसे पढ़कर पाठक के अंदर दलितों के प्रति दया आती है. इस कविता में दलित बहुत ही हीन …

रुस-नाटो महायुद्ध में रूस की बादशाह

अमेरिकी साम्राज्यवाद का इतिहास पराजयों से भरा हुआ है. कोरियाई युद्ध, वियतनाम युद्ध, अफगान युद्ध में अमेरिकी साम्राज्यवाद ने सदैव पराजयों का मूंह देखा है. यहां तक की द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान हार के कगार पर पहुंच चुके जापान के दो शहरों में परमाणु का इस्तेमाल कर उसने मानवता के प्रति जिस नरसंहार को अंजाम दिया था, वह उसके माथे …

स्वाधीनता और समानता जुड़वां बहनें होती हैं !

क्या आज़ादी को शराब की तरह होना चाहिए जो जितनी पुरानी होती जाए, उतनी ही नशीली होती जाए ? या आज़ादी को किताब की तरह होना चाहिए, जिसमें जितने पन्ने जुड़ते जाएं, उसके उतने ही अर्थ खुलते जाएं ? पचहत्तर बरस पहले जो आज़ादी मिली थी, वह न शराब थी, न किताब थी, वह बस एक गुलाब थी- उम्मीदों का …

24 अगस्त को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगा संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठनों का संयुक्त सम्मेलन

दो दिन पहले 12 अगस्त को किसान संघर्ष समिति की 308वीं किसान पंचायत संपन्न हुई, जिसमें देशभर के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इन शामिल प्रतिनिधियों में नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर, नर्मदा बचाओ संरक्षण समिति की अध्यक्ष गीता मीणा, पंजाब से जय किसान आंदोलन की महासचिव रविंदर कौर पाल, किसान संघर्ष समिति …

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