'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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गुडबाय जेलेंस्की और नाटो

अमरीकी खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्व अधिकारी लैरी जानसन ने कहा है कि सीआईए जेलेंस्की की हत्या का प्लान बना रहा है. भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने इसे सीआईए की परम्परा बताते हुए कहा है कि जब कोई अमरीकी हितों के कोई काम नहीं आता है तो सीआईए उसको खत्म कर देता है. यदि जेलेंस्की की हत्या कर दी जाती है …

27 जुलाई : उत्तर कोरिया विजय दिवस

दुनिया के इतिहास में कई युद्धों का जिक्र है, पर कोई भी युद्ध 1950 के दशक में हुए पितृभूमि मुक्ति युद्ध (कोरिया युद्ध) जैसा खूनी और विध्वंसकारी नहीं था. 27 जुलाई, 1953 को यानी, आज से 70 साल पहले इस युद्ध की परिणिति जनवादी कोरिया की जीत के रूप में हुई. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद कोरिया के दक्षिणी भाग यानी, …

जैसा देश बनाना हो, वैसे ही हीरोज की जरूरत पड़ती है !

देश को नेशनल हीरोज की जरूरत होती है. इंडिया में प्लेंटी ऑफ हीरोज है. मगर कुछ को जब एनालाइज करता हूं, तो जरा दिल दिमाग दो दिशा में जाते दिखते हैं. मसलन मंगल पांडे को लीजिए. कोई सात साल वे अंग्रेजों के वेतनभोगी सैनिक रहे. विदेशियों के पदाति सैनिक इसलिए बने क्योंकि उनकी फ़ौज में वेतन भत्ते बेहतर थे, रेगुलर …

उम्मीद अभी बाकी है, मेरा भ्रम बना रहे …!

मुझसे मिलने एक मित्र आए हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के एक गांव में खेती करना शुरू किया. उन्होंने अपने खेत में पीपल का पेड़ लगाया तो गांव वालों ने आकर विरोध किया और कहा कि पीपल के पेड़ पर भूत रहता है, इसलिए पीपल का पेड़ मत लगाइए. अभी कुछ दिन पहले मैंने एक पोस्ट डाली थी कि मैं आधी रात …

प्राथमिकताएं बदलने लगी हैं यानी हिन्दू राष्ट्र से अधिक ज़रूरी अब सुरक्षा लगने लगी है !

मेरा बचपन का एक दोस्त था. सिंधी हिन्दू समुदाय से ताल्लुक था उसका. हालांकि जब हम कॉलेज में थे, तब वह अपने समाज समुदाय और परिवार से एक प्रकार का बहिष्कृत जैसा रिश्ता जी रहा था. फिर हम लोगों की दोस्ती हो गयी. गरीबी और संघर्ष के दौरान हो जाती है. बहिष्कृतों का आपसी रिश्ता बन जाता है. हम भी …

पोर्नोग्राफी सिद्धांत है, बलात्कार उसका अभ्यास है !

अमेरिका में सन् 1970 के कमीशन के निष्कर्ष और उसके बाद के 1990 के पोर्नोग्राफी अनुसंधान के बीच में बहुत कुछ नया घटा है. खासकर पोर्नोग्राफी के सामाजिक प्रभाव के विभिन्न आयामों के बारे में बारीकी से शोध कार्य हुए हैं, उनसे पोर्न के प्रभाव के बारे में नयी जानकारियां सामने आयी हैं. इस दौरान प्रतिदिन धड़ाधड़ पोर्न साइट सामने …

मणिपुर में संविधान की हत्या !

मेरा यह लेख पूरी तौर पर संविधान के एक दूसरे से जुड़ते और आपस में संगति करते प्रावधानों के आधार पर भारत के सामने घाव की तरह पक रही मणिपुर की ताजा राजनीतिक हालत को लेकर है. मैं किसी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं हूं लेकिन संविधान को लेकर मेरी राजनीतिक राय ज़रूर है. मेरे लिए देश का संविधान किसी …

फासीवाद का भविष्य : कार्लो गिन्ज़बर्ग से जोसेफ कन्फावरेक्स का साक्षात्कार

यह बातचीत ‘Mediapart’ में सबसे पहले 20 सितम्बर, 2022 में फ्रेंच भाषा में- ‘Le fascisme a un futur’ शीर्षक से प्रकाशित हुई, जिसका अनुवाद ‘versobooks’ के लिए David Fernbach ने अंग्रेजी में किया और जिसे 4 नवम्बर, 2022 को प्रकाशित किया गया. यहीं से इसका अनुवाद हिंदी में ‘समालोचन‘ के लिए सौरव कुमार राय ने किया है. हम यहीं से …

सच्चे कम्युनिस्ट थे शहीद-ए-आजम भगत सिंह

भगत सिंह ! इस बार न लेना काया भारतवासी की देशभक्ति के लिए आज भी सजा मिलेगी फांसी की यदि जनता की बात करोगे, तुम गद्दार कहाओगे बम्ब-सम्ब की छोड़ो, भाषण दिया कि पकड़े जाओगे निकला है कानून नया, चुटकी बजते बंध जाओगे न्याय अदालत की मत पूछो, सीधे मुक्ति पाओगे ! उक्त पंक्तियां 1948 ई. में शैलेन्द्र की लिखी …

…राहुल 24 हारने को तैयार हैं !!

राहुल 24 हारने को तैयार हैं ! जी हां, भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है, जो (हालांकि 2019 की शपथ से लगातार जारी है) कुछ बानगी इस तरह है. 38 दल साथ आ चुके. इससे फर्क नहीं पड़ता कि 30 को चुनाव आयोग से मान्यता ही नहीं है. पीएम संसद सत्र के लिए संसद नहीं जाते, पर उसी भवन …

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