सुबह का समय था. पटना के एक सड़क पर खड़ा होकर चाय पी रहा था, तभी देखता हूं कि सामने के रास्ते से एक ठेला चला आ रहा है. उस ठेले पर एक सालह वर्षीय लड़का लेटा हुआ था और उसके पीछे एक स्त्री और एक पुरूष आ रहा था. थोड़ा नजदीक आने पर पता चला कि उस लड़के की …
ड्रग्स का कारोबार : मोदी सरकार के निजीकरण का भयावह चेहरा
