विश्वविद्यालय शिक्षण संस्थान का उच्चतम रुप होता है, जहां अंतिम तौर पर देश के भविष्य के नीति-नियंताओं को गढ़ा जाता है. यहां से निकलने वाले युवा ही भविष्य का निर्धारण करते हैं. विगत के एक दशक से विश्वविद्यालयों से जिस तरह के नीति-नियंताओं का निर्माण कर देश में डाला जा रहा है, उसकी एक झलक साफ-साफ अब दीख रही है. …
संघियों का नया सूत्र : बलात्कार एक पवित्र कार्य, बलात्कारियों का महिमामंडन और भगत सिंह का विरोध करना
