'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
Home गेस्ट ब्लॉग (page 5)

गेस्ट ब्लॉग

Featured posts

निजी संपत्ति के संबंधों ने औरत को भी संपत्ति बना दिया. (निजी) सम्पत्ति संबंधों से निकलने में ही औरत की मुक्ति है

(निजी) संपत्ति के संबंधों ने औरत को भी संपत्ति बना दिया. (निजी) सम्पत्ति संबंधों से निकलने में ही औरत को मुक्ति है. धर्म और तीर्थ स्थलों के विकास का अर्थ है पुंसत्व और पितृसत्ता का विकास. मोदी सरकार का यह प्रधान एजेंडा है. पितृसत्ता धुरी है औरत के शोषण और दमन की. धर्म के पर्व पुंसत्व के पर्व हैं. आज …

क्या सुरक्षा बलों के जवानों द्वारा किसी महिला का रेप किए जाने पर, पीड़ित महिला की आवाज उठाना गुनाह है ?

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन दिल्ली विश्वविद्यालय में एक प्रोग्राम कर रही लड़कियों पर ABVP द्वारा हमला किया गया. उनके पोस्टर्स फाड़े गए. जब लड़कियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनके भी कपड़े फाड़े गए. इसपर ABVP समर्थकों द्वारा कहा जा रहा है कि वे लड़कियां इंडियन आर्मी को रेपिस्ट कह रही थीं. और उनके हाथों में ‘Indian …

जिस दौर में हिंदुस्तान ने समृद्धि और ताकत का उरूज देखा, मुगल ही वो साम्राज्य क्यूं बना सके ?

मौर्य साम्राज्य भारत में अपने बीज से पराभव तक जाते 130 साल चला, गुप्त 230 साल चले. मुगल अकेली डायनेस्टी थी, जो कमोबेश 330 साल चली. जिस दौर में हिंदुस्तान ने समृद्धि और ताकत का उरूज देखा. मुगल ही वो साम्राज्य क्यूं बना सके, जो दूसरे वंश.. राजे-महाराजों से न बन सका ? ये सफलता इसलिए भी अहम है कि …

इंटरनेट वस्तुतः कम्युनिकेशन की महानतम ऊंचाई है

यह डिजायन का युग है. आप इन दिनों जो कुछ भी कम्युनिकेट करें उसमें डिजायन को माध्यम बनाएं. खासकर इंटरनेट या वर्चुअल तकनीक आने के बाद वर्चुअल डिजायन में किया गया कम्युनिकेशन आपके मन की सब बातें सम्प्रेषित करता है. डिजायन में किया गया कम्युनिकेशन आकर्षक और प्रभावी होता है. ‘ई’ साहित्य ‘ई’ साहित्य विकासशील साहित्य है. ‘ई’ साहित्य का …

अगर सांप्रदायिकता के खिलाफ़ हम लड़ रहे हैं तो किसी तबके पर एहसान नहीं कर रहे

अफगानिस्तान का उदाहरण लेकर मित्रों का इरादा यह बताने का था कि मुस्लिम बहुल देशों में अन्य धर्म के लोग नहीं रह सकते. मेरी ट्रेनिंग अर्थशास्त्र और सांख्यिकी की है. हमें सिखाया जाता है कि कभी ऐसे सैंपल पर भरोसा न करो जो असामान्य हो. अफगानिस्तान का इतिहास और वहां सोवियत-अमेरिकी तमाशों को जानने वाले जानते हैं कि 1980 के …

महान क्रांतिकारी और समाजवादी जोसेफ स्टालिन

दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कभी नहीं मारते, वे सदा अमर रहते हैं. रूसी क्रांति के महान नेता जोसेफ स्टालिन ऐसे ही एक क्रांतिकारी पुरुष थे. मानव इतिहास में बहुत सारे महान लोगों ने जन्म लिया है और मानवता के कल्याण के लिए बहुत सारे काम किए हैं. रूस के समाजवादी नेता जोसेफ स्टालिन भी मानव इतिहास …

डोनाल्ड ट्रंप : ऐसे शख्स जो स्थापित व्यवस्थाओं को झकझोरने की क्षमता रखते हैं

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में जिस अंदाज में दुनिया के देशों को ललकारा, वह किसी कूटनीतिक बयानबाजी से कहीं आगे है—यह आर्थिक युद्ध का सीधा ऐलान है. ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि इस मामले में अमेरिका अब और नहीं झुकेगा, अब प्रतिशोध का युग शुरू हो चुका है. उन्होंने यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील …

आज कामरेड स्तालिन की बरसी है…

स्तालिन के दत्तक पुत्र अर्तेम सेर्गीव ने लिखा है- एक बार स्तालिन के बेटे ने अपने ‘स्तालिन’ उपनाम का प्रयोग सजा से बचने के लिए किया. स्तालिन को जब पता चला तो वो बहुत गुस्सा हुए. इस बात पर उनका बेटा वसीली बोला कि ‘मेरा उपनाम भी ‘स्तालिन’ है. मैं भी एक स्तालिन हूं.’ स्तालिन ने कहा कि ‘नहीं तुम …

एआई और फिल्मों की दुनिया में छवि की बड़ी भूमिका है और प्रोपेगेंडा का वाहक

व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की बहस के वीडियो वायरल हुए. अब इस बहस के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस निर्मित कई वीडियोज वायरल हो रहे हैं. किसी में दिख रहा है कि आपस में गर्मागर्मी करते दोनों नेता अचानक से उठ खड़े होते हैं और जेलेंस्की ट्रंप को जोर से धक्का देते हैं. ट्रंप गिर जाते हैं. इधर ट्रंप के उपराष्ट्रपति वेंस यह सब …

आपको लगता है कि हमला रूस ने किया या युद्ध रूस ने शुरू किया ?

श्रीलंका में एक पोर्ट है उसका नाम है हम्बनटोटा. श्रीलंका इस पोर्ट को डेवलप करना चाहता था लेकिन उसके पास इतना पैसा नहीं था. तो वो भारत के पास आया. भारत के पास भी इतना पैसा नहीं था कि वो दूसरे देश के पोर्ट डेवेलोप करे जबकि खुद उसके पास एक भी बड़े जहाज खड़े करने लायक पोर्ट नहीं है. …

1...456...199Page 5 of 199

Advertisement