1757 में प्लासी की लड़ाई के पचास साल बाद तक अंग्रेजों ने भारत की सामाजिक व्यवस्था को छुआ नहीं. पर जब यकीन होने लगा कि यहां उनको लम्बा टिकना है, तब अपने सेवक तैयार करने की जरूरत महसूस हुई. कम्पनी सरकार को स्किल डेवलपमेंट करना था ताकि सस्ते पीए, मुंशी, स्टोरकीपर, अर्दली, मुंसिफ और डिप्टी कलेक्टर मिल सकें. 1813 में …
देश चाहे जिसको सौंप दिया, घर बचा लीजिये, आख़िर बच्चे तो आपके हैं न … !
