सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग समेत देश की तमाम ऐजेंसियों का बेजा इस्तेमाल करने और तमाम तुम्बाफेरी के बाद नरेन्द्र मोदी ने आखिरकार तीसरी बार सरकार बनाने में ‘कामयाबी’ हासिल कर लिया है. प्रधानमंत्री पद का शपथ भी ग्रहण कर लिया और अपना मनचाहा निर्लज्जता की हद तक जाने वाला अपना स्पीकर भी ‘पंच-परमेश्वर की सीट पर बिठाल दिया है. …
आपातकाल बनाम आपातकाल का जश्न
