रुसी क्रांति के जनक व्लादिमीर इ. लेनिन ने लेव टॉल्सटॉय पर अपनी सम्मति देकर लेव को क्रांतिकारियों के बीच अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर स्थापित कर दिया. जबकि वहीं प्रेमचंद व अन्य साहित्यिक व्यक्तित्व को लेकर आज भी देश के बुद्धिजीवियों, क्रांतिकारियों के बीच दोलायमान बहस जारी है. यही कारण है कि भारत के कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों के प्रमुख पार्टी सीपीआई (माओवादी) को …
लेव तोलस्तोय : रूसी क्रांति के दर्पण के रूप में – व्ला. इ. लेनिन
