अन्न पाणी त्याग थोड़ा-थोड़ा मरने से हुक्मरान की संवेदनाएं लौट आएंगी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है मैं हवा में बातें नहीं कर रहा मैं देख रहा हूं बस्तर के जंगलों में छोटे छोटे बच्चों के हाथों की ऊंगलियां कटते हुए उनके गले और सिर में गोलियां लगते हुए धान काटने गये किसानों को फर्जी मुठभेड़ में मरते हुए छोटी-छोटी बच्चियों …
आमरण अनशन
