पृथ्वी के एक निर्जन एकांत में अंजुरी भर जल था और जल में उतरता दिन शेष की माया थी यहां उजाले थे. उन बच्चों की आंखों में जो पतंगों की उड़ान का पीछा करते हुए भूल जाते थे युद्ध में मारे गए उनके माता-पिता को यहां उजाले थे. दिन भर की ड्यूटी के बाद थक कर लोको शेड में ख़ाली …