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सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक : भारत-पाकिस्तान की आम आवाम

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सोशल मीडिया आम अवाम के हाथों में विज्ञान द्वारा दिया गया एक ऐसा अस्त्र है, जिससे वह अपने मिजाज को दुनिया के सामने रखता है. इसी सोशल मीडिया के एक प्लेटफार्म है यू-ट्यूब. सोशल मीडिया के इस प्लेटफार्म (यू-ट्यूब) पर काम करने के लिए थोड़ी अतिरिक्त योग्यता की जरूरत होती है, बावजूद इसके दुनिया भर में लोग इस प्लेटफार्म पर काम कर रहे हैं और आम आदमी के बीच जाकर प्रैंक्स के माध्यम से लोगों की भावनाओं को दुनिया के बीच उकेड़ते हैं.

आज जब मुख्य धारा की मीडिया शासक की तलबा चाटने में मशगूल है और अब उसके एजेंडे – पाकिस्तान, हिन्दू-मुस्लिम – पर दिन रात सत्ता का कीर्तन करना रह गया है, ऐसे वक्त में यू-ट्यूबर आम लोगों के बीच जाकर आम अवाम की भावनाओं – हिन्दू मुस्लिम एकता, भारत पाकिस्तान के आम अवाम की भाईचारे – दुनिया के सामने ला रहे हैं और शासकों और उसके तलबाचाटु दलाल मीडिया का भयावह खूंखार चेहरा उजागर कर रहे हैं. आज हम ऐसे ही यू-ट्यूबर्स के कुछ वीडियो को यहां देखेंगे.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 01 : यह एक्सपेरिमेंट भारत में आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 02 :यह एक्सपेरिमेंट भारत में आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 03 : यह एक्सपेरिमेंट पाकिस्तान स्थित आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 04 : यह एक्सपेरिमेंट भारत में आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 05

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 06 : यह एक्सपेरिमेंट पाकिस्तान स्थित आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 07 : यह एक्सपेरिमेंट पाकिस्तान स्थित आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 08 : यह एक्सपेरिमेंट पाकिस्तान स्थित आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 09 : यह एक्सपेरिमेंट भारत में आम लोगों के बीच किया गया है.

सोशल एक्सपेरिमेंट प्रैंक – 10 : यह एक्सपेरिमेंट पाकिस्तान स्थित आम लोगों के बीच किया गया है.

उपर्युक्त सोशल एक्सपेरिमेंट के तहत किये जा रहे हैं ये 10 प्रैंक्स साबित करते हैं कि भारत और पाकिस्तान की आम आवाम मिलजुल कर और भाईचारे के साथ रहना चाहती है. उनका आपस में किसी भी प्रकार का दुरव्यवहार या एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं चाहते हैं. परन्तु दोनों ही देश के शासक वर्ग और उसके तलबाचाटु मुख्यधारा की मीडिया देश की आवाम के दिमाग में एक-दूसरे के खिलाफ जहर भरना चाहते हैं. उपर्युक्त सोशल एक्सपेरिमेंट यह भी दर्शाता है कि लगतार चलाये जा रहे शासक वर्ग और उसके मीडिया के दुश्प्रचार का शिकार पाकिस्तान के वजाय कुछ हद तक भारत के कुछ सनकी लोग तो प्रभावित हुए हैं, परन्तु विशाल आवाम आज भी इस दुश्प्रचार से बहुत दूर हैं और आपसी भाईचारे को मजबूत बनाना चाहते हैं, जिसके आड़े यह सत्ताधारी और जहर उगलती मुख्यधारा की मीडिया आती है.

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