भारत मूर्खों का देश है और इस मूर्खता को बनाये रखने के लिए शासक वर्ग लाखों करोड़ रुपया हर साल खर्च करता है. 1947 में बनी सरकार और उसके बाद लागू हुए भारतीय संविधान ने बेशक वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने हेतु कुछ कार्य किया था, लेकिन बीतते वक्त के साथ यह प्रयास कमतर होता चला गया और आज नौबत …
आध्यात्म के नाम पर सत्ता का फासीवादी प्रयोग
