ज़िंदगी मेरी तेरी यादों की एक साझा विरासत थी तुमने खो दिया उसे और मैंने संजो कर रखा अब हम सही मायने में मैं और तुम बन गए हैं आत्मश्लाघा तुम्हारे प्रेम ने मुझे ख़ुद पर रश्क करना सिखाया और मचल पड़ा मैं बरसाती नाले की तरह मौसम बदला और आसमान से ज़मीन की दूरी बढ़ती गई अब तुम्हारे निस्पृह …
विरासत
