इधर कई दिनों से रात में तारे गिनते रहते हैं नींद नहीं आती पता नहीं जब भी सोने का कोशिश करते हैं तो चीख सोने नहीं देती कहीं कोई भूख से विलप रहा उसकी सिसकियां मेरे कानों तक पहुंच जाती हैं मन सिहर उठता है कभी अपने स्कूटर से निकलते हुए सामने से आती हुई औरत चेहरा मुरझाया हुआ उनके …
चीख
