राणा जी के 25-25 किल्लो की 6 किडनियां थी. दाएं बाएं पैर में 24-24 अंगूठे थे. पैरों के जूते सीलने के लिए 2 शेरों की खाल की जरुरत पड़ती थी. दर्जन भर लुहार मिलकर उनके नाखून काटा करते थे. उनके कटे हुए नाखूनों से खेत जोतने के हल बनाये जाते थे. वे अपने कान का किटा फावड़े से साफ किया …