पिछले तीन चार साल से सेना के राजनीतिकरण करने, सेना को भगवा चोला पहनाने, सेना के ईश्वरीकरण कर उसे प्रजातांत्रिक देशों के प्रश्नगत करने के नागरिक अधिकारों से परे बनाने के कुचक्र पर पोस्ट लिख रहा था. एक प्रजातांत्रिक देश के लिए ये एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है. मेरे कई क्रांतिकारी प्रकृति के मित्र और भाई भी जो किसी भयानक …
सेना का राजनीतिकरण !
